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“SEBI पर सवाल: चौकीदार की भूमिका निभा रहा है या कारपोरेट का पहरेदार?”

New Delhi 19 September 2025 

🇮🇳 ताज़ा खबरें

  1. सेबी का Adani समूह को ‘clean chit’
    SEBI ने Hindenburg की उन जांचों को खारिज किया जिसमें Adani ग्रुप पर बाजार में रिश्वतखोरी, परिचारी लेन-देनों में गड़बड़ी आदि का आरोप था। Financial Times+1

→ यह महत्वपूर्ण है क्योंकि Hindenburg की रिपोर्ट ने बड़े वित्तीय और नीति-प्रभाव वाले सवाल उठाए थे। SEBI की रिपोर्ट से यह स्पष्ट नहीं है कि सब आरोप खत्म हो गए हैं या सिर्फ कुछ दावे अस्वीकृत हुए हैं। Financial Times

Note: आगे बढ़ने पहले आज हम सेबी  (SEBI) के बारे में जान लेते है आखिर सेबी है किया सभी पाठकों को ये पता होना ज़रूरी है, उससे हिसाब उनको निष्कर्ष लेने भी आसानी होगी,



📌 SEBI क्या है?

SEBI का पूरा नाम है – Securities and Exchange Board of India (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड)।

  • स्थापना: 1988 में एक रेगुलेटरी बॉडी के तौर पर बनी और 1992 में संसद के अधिनियम द्वारा संवैधानिक अधिकार मिला।

  • मुख्य काम: भारत के शेयर बाज़ार और निवेशकों के हितों की रक्षा करना।

  • भूमिकाएँ:

    1. स्टॉक मार्केट को रेगुलेट करना – ताकि कंपनियाँ और ब्रोकर पारदर्शी तरीके से काम करें।

    2. धोखाधड़ी पर नज़र रखना – शेयर बाज़ार में फर्जीवाड़ा, अंदर की जानकारी (Insider Trading), गलत रिपोर्टिंग आदि रोकना।

    3. निवेशकों की सुरक्षा – आम निवेशकों का पैसा डूबे नहीं, इसके लिए कड़े नियम बनाना।

    4. कंपनियों की जवाबदेही तय करना – कोई भी पब्लिक कंपनी अगर पूँजी बाज़ार से पैसा जुटाती है तो उसे सही जानकारी देना और नियमों का पालन करना अनिवार्य है।

👉 आसान शब्दों में, SEBI को आप भारत के शेयर बाज़ार का “चौकीदार और जज” दोनों कह सकते हैं। यह तय करता है कि निवेशकों का पैसा सुरक्षित रहे और कंपनियाँ पारदर्शिता से काम करें।

“SEBI पर सवाल: चौकीदार की भूमिका निभा रहा है या कारपोरेट का पहरेदार?”

और महत्वपूर्ण ख़बरें 

जिंदल ग्रुप पर FEMA उल्लंघन की जांच

  • Enforcement Directorate (ED) ने हार्दिक छापे मारे हैं जिंदल ग्रुप के कुछ प्रतिष्ठानों पर, विदेशी मुद्रा प्रबंधन कानूनों के उल्लंघन के संदेह में। लेन-देनों में लगभग ₹1,000 करोड़ की राशि शामिल बताई जा रही है। The Times of India

  • सांभल में नकली पोस्टमॉर्टम और क्लिनिक पंजीकरण रैकेट
    उत्तर प्रदेश के सांभल जिले में एक बड़ा रैकेट पकड़ में आया है जहाँ सरकारी अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने फर्जी पोस्टमॉर्टम रिपोर्टें तैयार कीं, गैरकानूनी क्लिनिक खोलने वालों से “renewal fee” वसूली, और पंजीकरण प्रमाणपत्रों के झूठे दस्तावेज बनाए गए। The Times of India

  • Air India क्रैश: PIL में मांगी गई पूरी जानकारी और स्वतंत्र जांच
    एक NGO ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है जिसमें बोइंग 787 एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच में ब्लैक बॉक्स डेटा, कॉकपिट ऑडियो, तकनीकी रिकॉर्ड आदि सार्वजनिक किए जाने की मांग की गई है। The Times of India

  • MUDA घोटाले में पूर्व कमिश्नर की ED हिरासत
    मैसूरु अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MUDA) के पूर्व कमिश्नर जी.टी. दिनेश कुमार को भूमि आबंटन के घोटाले की जांच के सिलसिले में ED ने हिरासत में लिया है। The Economic Times

  • फर्जी GST/ITC दावा: लगभग ₹700 करोड़ की धोखाधड़ी सामने
    कई राज्यों में छापों के दौरान पता चला कि कुछ कंपनियों ने नकली चालान, गुड्स न भेजे जाने वाले दावों आदि के ज़रिए इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का बड़ा घोटाला किया है। The Times of India


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